Ram Mandir Ayodhya: पुरानी मूर्ति का क्या होगा, वर्षों तक टेंट में रहे रामलला अब कहां रहेंग?

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Ayodhya Ram Mandir

रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा की विधिवत शुरुआत भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ हुई है। 22 जनवरी को रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा होगी। लेकिन रामलला आज अपने नवनिर्मित राम मंदिर में प्रवेश करेंगे। आज रामलला की प्रतिमा रामजन्मभूमि में जाएगी और कल, 18 जनवरी को रामलला गर्भगृह में प्रवेश करेगी। राम मंदिर में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के लिए एक नई मूर्ति बनाई गई है, जो पांच साल की उम्र के बालक को चित्रित करती है। अब प्रश्न उठता है कि रामलला की पुरानी मूर्ति का क्या होगा जब गर्भगृह में नई मूर्ति रखी जाएगी?

मैसूरु के कलाकार अरुण योगीराज ने अयोध्या में राम मंदिर में मौजूदा मूर्ति की जगह एक नई रामलला की मूर्ति बनाई है। बीते दिनों मंदिर न्यास के महासचिव चंपत राय ने यह सूचना दी थी। 18 जनवरी को श्री रामजन्मभूमि तीर्थ पर गर्भगृह में इसकी स्थापना होगी। 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह का आयोजन किया जाना है। चंपत राय के अनुसार, श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम और पूजन विधि 16 जनवरी से शुरू होकर 22 जनवरी को अयोध्या में अपने नव निर्मित भव्य मंदिर में जारी रहेगा. जिस प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा की जानी है, उसे 18 जनवरी को गर्भगृह में अपने आसन पर स्थापित किया जाएगा।

कहां रहेगी रामलला की मौजूदा मूर्ति

रामलला की वर्तमान मूर्ति को लेकर अभी तक स्पष्ट बातें नहीं मिली हैं कि इसका क्या उद्देश्य होगा, वह कहां रखी जाएगी और वह कैसे पूजा जाएगी? हालाँकि, वर्तमान मूर्ति भी नए मंदिर में रखी जाएगी। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि नए मंदिर के गर्भगृह में भी रामलला की वर्तमान मूर्ति रखी जाएगी। चंपत राय ने मौजूदा रामलला की मूर्ति को लेकर एक प्रश्न का उत्तर दिया। 1950 से, रामलला की मौजूदा मूर्ति वहाँ है और नए मंदिर के गर्भगृह में भी होगी।

प्राण प्रतिष्ठा की तिथि और समय

चंपत राय ने कहा कि रामलला प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के लिए सभी प्रबंध पूरे हो गए हैं। 22 जनवरी को दोपहर 12 बजकर 20 मिनट पर प्राण प्रतिष्ठा शुरू होगी।वाराणसी के पुजारी गणेश्वर शास्त्री ने प्राण प्रतिष्ठा का मुहूर्त निर्धारित किया है। वहीं, वाराणसी के ही लक्ष्मीकांत दीक्षित प्राण प्रतिष्ठा की पूरी विधि करेंगे। 16 जनवरी से 21 जनवरी तक पूजन होगा। 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा के लिए कम से कम कार्यक्रम होंगे।

कौन होगा उपस्थित?

चंपत राय ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख् यमंत्री योगी आदित् यनाथ, राष् ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के सरसंघचालक मोहन भागवत, राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, रामजन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास और सभी न्यायाधीश प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर गर्भगृह में उपस्थित रहेंगे।“हमने मंदिर प्रांगण में आठ हजार कुर्सियां लगाई हैं, जहां विशिष्ट लोग बैठेंगे,” उन्होंने कहा। 22 जनवरी को देश भर में लोग स्वच्छता करेंगे और भजन, पूजन कीर्तन करेंगे। प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को प्रत्यक्ष रूप से देखा जा सकेगा।

कैसी होगी नई प्रतिमा

बताया जा रहा है कि पत्थर की रामलला की प्रतिमा सर्वश्रेष्ठ होनी चाहिए। उसका वजन लगभग 150 से 200 किलो होगा। खड़ी प्रतिमा पांच वर्ष के बालक का चित्र है।

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